गोरखपुर/गगहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे रितेश मौर्या की हत्या के विरोध में गुरुवार को गगहा कस्बा पूरी तरह से बंद रहा। वहीं दूसरी तरफ लोगो में गुस्से और विरोध को देखते हुए गगहा में पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई थी। एसपी दक्षिणी के नेतृत्व में छह थानों की फोर्स मौजूद रही। रितेश के भाई गुड्डू मौर्या की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। भाई ने हत्या की वजह चुनावी रंजिश बताया है लेकिन अन्य पहलुओं पर भी पुलिस की तफ्तीश जारी है।
गगहा के हटवा निवासी रितेश मौर्या की बुधवार की रात करीब 9.30 बजे गगहा-गजपुर मोड़ पर बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मार दी थी। रितेश मोड़ पर ही चाय की दुकान पर बैठकर कर बात कर रहे थे। उनके साथ मौजूद लोग आनन-फानन में उन्हें गोरखपुर ले गए। लेकिन जिला अस्पताल पर पहुंचते ही डाक्टरों ने रितेश को मृत घोषित कर दिया। रितेश वार्ड नम्बर 51 से जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव की तैयारी कर रहे थे। उनकी इलाके में काफी अच्छी पकड़ थी। रितेश ने बसपा से अपनी राजनीति शुरू की थी और वह कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के बेहद करीबी माने जाते थे। वर्तमान में रितेश भाजपा में थे। इस बार चुनाव में उनकी जीत पक्की मानी जा रही थी। यही वजह है कि रितेश के भाई गुड्डू ने हत्या की वजह चुनावी रंजिश बताई है। हालांकि पुलिस चुनावी रंजिश के अलावा अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रही है। वहीं कुछ लोगों ने चौरीचौरा थाना क्षेत्र के सपहवा में नेवासे की जमीन को लेकर विवाद का भी जिक्र किया है हालांकि परिवारीजन किसी तरह के विवाद से इंकार कर रहे हैं। दूसरी तरफ घटना के विरोध में गुरुवार को गगहा कस्बा स्वत: ही पूरी तरह से बंद रहा। चाय और पान के लिए लोग तरस गए। रितेश की हत्या का हर किसी को दुख था लोग जल्द से जल्द आरोपित को गिरफ्तार कर घटना के खुलासे की मांग कर रहे थे।
प्रधान प्रतिनिधि ने ली बच्चों के पढ़ाई की जिम्मेदारी
गगहा के हटवा निवासी रीतेश मौर्य की गोली मारकर हत्या के बाद उनकी दो बेटियों सिद्धी 10 वर्षीय,शैलवी 8 वर्षीय व इकलौता बेटा आरूष 4 वर्षीय का पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्च हटवा गांव के प्रधान प्रतिनिधि व समाज सेवी रणवीर सिंह उर्फ बबलू सिंह ने उठाने की जिम्मेदारी ली है।